किसी पे कड़ाई किसी पे ढिलाई,प्रशासन की ये कैसी कार्यवाही ???
फुटपाथ पैदल राहगीरों के लिए या शोरूम संचालकों के लिए ???
शहडोल।दिवाली के त्योहार के लिए पूरा मार्केट सज कर तैयार हो गया है। बीते साल की तुलना में इस साल मार्केट में त्योहारी चमक और ग्राहकों की रौनक दोनों अलग ही नजर आने लगी हैं।
जहाँ बड़े बड़े दुकान संचालको ने अपनी दुकाने शहर के मुख्य मार्ग में सजा कर रखी है जिससे यातायात व्यवस्था का बुरा हाल है।
त्योहार को लेकर शहर में यातायात की कोई पुख्ता इतंजाम दिखता नजर नही आ रहा है।जहाँ एक तरफ तो प्रशासन कड़ी कार्यवाही कर रहा है तो वही दूसरी तरफ शो रूम संचालको के ऊपर मेहरबान है।
पूरे फुटपाथ पर शो रूम संचालको का कब्जा
फुटपाथ बनाने के लिए शहडोल शहर में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। फुटपाथ निर्माण के दौरान कहा गया था कि लोगों को पैदल चलने के लिए व्यवस्थित मार्ग मिलेगा। लेकिन त्योहार बस नही आम दिनों में भी सभी जगहों के फुटपाथ में कहीं दुकान लगी मिल जाती है तो कही वाहनों की पार्किंग की जा रही है।शहर के सबसे व्यवस्थित मार्ग गांधी चौक, बुढ़ार चौक, पुराना गांधी चौक ,से लेकर पुराना रामाबाई अस्पताल जाने वाले मार्ग पर शोरूम संचालकों ने फुटपाथ पर अपनी दुकान सजा ली हैं जिसके कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है।
गौरतलब है की यातायात व्यवस्था त्यौहार में सुचारू रूप से संचालित हो सके इसके लिए जिला प्रशासन ने फुटपाथ दुकानदारों को जगह प्रदान करते हुए श्री राम मंदिर के सामने दुकान लगाने की परमिशन दी है लेकिन शहर में बड़ी-बड़ी दुकानदारों के संचालकों द्वारा दुकाने रास्तों तक बढ़ा ली गई है जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
मुख्य मार्ग पर आवागमन आसान नहीं
शहर में यातायात व्यवस्था का बुरा हाल है, इसका अहम कारण सड़क किनारे अतिक्रमण है। बड़े दुकानदार जहां सामान सड़क तक निकाल रहे हैं वहीं पैदल चलने के लिए बनाए फुटपाथ पर पर भी दुकानदारों का कब्जा है। नगर पालिका और यातायात विभाग के जिम्मेदारों को इससे कोई सरोकार भी नहीं है। जिम्मेदारों द्वारा केवल अतिक्रमण हटाने का रटा रटाया जवाब दिया जाता है, जो कोरा आश्वासन ही साबित हो रहा है। दूसरी ओर बड़े दुकानदार भी दुकानों के सामने सामान निकाल रहे हैं और वाहन की पार्किंग रास्तो में हो रही है। ऐसे में मुख्य मार्ग पर आवागमन आसान नहीं रह गया है। जिन जगहों पर फुटपाथ नहीं हैं या कब्जे हो चुके हैं, वहां लोग बीच सड़क पर जान जोखिम में डालकर पैदल चलने मजबूर हैं शहर में त्योहारी सीजन को देखते हुए यातायात विभाग को पहले ही शहर की व्यवस्था दुरस्त करनी चाहिए लेकिन त्यौहार के पहले ही शहर की यातायात व्यवस्था चौपट नजर आ रही है।