गुड फ्राइडे के अवसर पर ईसाई समुदाय ने निकाली झांकियों

 गुड फ्राइडे के अवसर पर ईसाई समुदाय ने निकाली झांकियों


शहडोल/ प्रभु यीशु मसीह के बलिदान को याद करते हुए श्रद्धा और भक्ति के साथ याद किया जाता है आज के दिन भक्तगण प्रभु यीशु मसीह के पीड़ा सहन तथा क्रूस मरण के दिव्य वाणियो के बारे में ध्यान मनन करते हैं साथ ही साथ उस शालीब की वंदना करते हैं जिसके द्वारा यीशु मसीह ने मानव को मुक्ति दिलाई 2000 वर्ष पूर्व एक शुक्रवार को कलवारी गोलगोथा नामक पहाड़ पर यीशु मसीह का मरण हुआ था, जिसके जरिए मानव को मुक्ति मिली तथा मानव प्रेम से प्रेरित होकर उनको अपने पापों की दास्तां से स्वतंत्रता दिलाने तथा ईश्वर से संपर्क के लिए यीशु मसीह ने अपने जीवन को सलीब पर अर्पित किया।  आज विश्व के तमाम स्थाई धर्मावलंबियों द्वारा विशेष प्रार्थना की जाती है और कई जगह जुलूस और झांकियां निकाली जाती है यीशु मसीह ने हमारे पापों को क्षमा व मानव को मुक्ति दिलाने हेतु क्रूस पर अपनी जान दी।

 विश्व के ईसाई धर्मावलंबियों द्वारा सात अनमोल वाणी पर मनन किया जाता है

विश्व के ईसाई धर्मावलंबियों द्वारा सात अनमोल वाणी पर मनन किया जाता है 1) हे पिता इन्हें क्षमा कर यह नहीं जानते यह क्या कर रहे हैं 2)तू आज ही मेरे साथ स्वर्ग लोक में होगा 3) हे नारी देख ये तेरा पुत्र और तेरी माता है 4) हे परमेश्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया 5) मैं प्यासा हूं 6)पूरा हुआ 7) हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सोपता हूं। इन्हीं साथ वाणियो को भक्तगण मनन करते है। साथ ही क्रूस की वंदना, यातनाएं व दुख जो यीशु मसीह ने सहे थे अपने मसीही जीवन में लाते हैं। 

 *प्रभु यीशु मसीह के बलिदान दिवस फ्राइडे में भव्य जुलूस निकाली गई* 

प्रभु यीशु मसीह के बलिदान दिवस फ्राइडे में भव्य जुलूस निकाली गई जिसमें झांकियां भी सम्मिलित रही जो ईएलसी चर्च, बुढार रोड, शहडोल से मुख्य मार्ग होते हुए गांधी चौक, जैन मंदिर, परमट, रेलवे सब्जी मंडी, रेलवे अस्पताल से होते हुए दरभंगा चौक स्थित कैथोलिक चर्च में समाप्त हुई। झांकी में प्रभु यीशु मसीह टेरेंस बास्टियन, सैनिक डॉ. क्रिस्टी अब्राहम, देवनीश एक्का, हरमन लकड़ा, विक्रम केरकेट्टा, विजय कुजूर, जेरी डेविड, अमित केरकेट्टा, जॉर्ज पॉल, केनी, स्टीव बास्टियन, वही शीरनी सिमोन -सजी मैथ्यू, मदर मेरी - रीना फर्नांडीस, वेरोनिका - सोफिया एंथोनी, यरूशलेम की स्त्रियां - मेडास्ता केरकेट्टा, ज्योति टोप्पो, जौली जोसेफ, मार्टिना कुजूर, सुशीला केरकेट्टा, अन्ना लकड़ा एवं मोनिका शामिल रही साथ ही जुलूस में मुख्य रूप से फादर जाेस एंथोनी, बिशप एस. के. आशावान, रेवह. जे. एस. मैथ्यूज,  रेवह. के. वाणी, रेवह. एबिनेजर सैमुअल, डा श्रीमती शिफाली बरिया, रेवह. स्टीफेन, रेवह. एस. के. सैमुअल, पा. अमित रावत (मोंटी), पा. सागर, पा. मनमोद, पा. मुकेश, पा. दीपक, पा. जे. पी. मोंगरे, पा. लक्षपत,  सुमन कुजूर, क्रिस्टोफर, सिरिल बार्टन, एरिक, रॉकी, क्लीफोर्ड, श्रीमती सरोज, श्रीमती ब्रेनाडे अब्राहम, श्रीमती संध्या किरण कुजूर, श्रीमती पाउलिन  बास्टियन, जैकलिन हेलन अब्राहम इनके साथ संभाग के सभी फादर, पास्टर, प्रचारक व धर्म बहने बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग उपस्थित रहे।

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