लॉकडाउन में नहीं मिला काम तो बन गए ठग ,ऑनलाइन ठगी करने लगा दसवीं पास मजदूर

लॉकडाउन में नहीं मिला काम तो बन गए ठग ,ऑनलाइन ठगी करने लगा दसवीं पास मजदूर


(दीपक केवट - 7898803849)
जबलपुर । लॉकडाउन में मजदूरी करने नहीं मिली तो गूगल से ऑनलाइन ठगी का तरीका सीखकर दसवीं पास एक मजदूर ने ठगी करना शुरू कर दिया। एक व्यक्ति ने जब अपने दोस्त को गूगल पे से रुपये भेजे तो युवक ने कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर उसके रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।

राज्य सायबर पुलिस की टीम ने उसे दबिश देकर मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के साथ ऑनलाइन ठगी उसके गैंग के और सदस्यों ने भी सीखी है। जो कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। टीम जल्द ही अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी कर अन्य मामलों में भी खुलासा करेगी।

राज्य सायबर एसपी ने बताया कि केवी कृष्णम राजू ने शिकायत दर्ज कराई कि वह मदनमहल से दमोहनाका तक बन रहे फ्लाइओवर में काम करता है। मदनमहल क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा है। उसे अपने दोस्त को रुपये ट्रांसफर करने थे।

ट्रांजेक्शन नहीं होने पर गूगल पे कस्टमर केयर नंबर सर्च कर संपर्क किया और कर्मचारी ने जो जानकारी दी उसी तरीके से अपने खाते से दोस्त के खाते में लगभग 90 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। दोस्त से बात की तो उसने बताया कि उसके पास रुपये नहीं पहुंचे। शिकायत पर मामला दर्ज कर निरीक्षक हरिओम दीक्षित के नेतृत्व में उप निरीक्षक पंकज साहू, आरक्षक आसिफ खान, विजय ठाकुर, अमित गुप्ता की टीम बनाकर आरोपित को गिरफ्तार करने निर्देश दिए।

नीमखेड़ा का है आरोपित

टीम ने जांच की जिसमें आरोपित नीमखेड़ा निवासी शुभम अहिरवार का पता चला। दबिश देकर आरोपित शुभम को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने ठगी करना स्वीकार किया।

काम नहीं मिलने पर सीख ली ठगी

आरोपित शुभम ने टीम को बताया कि वह मजदूरी करता है। लॉकडाउन में मजदूरी नहीं मिल रही थी वह और उसके साथी परेशान थे, इसके बाद उन सभी ने गूगल और यू-ट्यूब से ऑनलाइन ठगी करना सीखा। इसमें यूपीआई, पेटीएम, गूगल पे, फोन पे में रुपये कैसे ट्रांसफर कराते हैं इसकी पूरी जानकारी ली और गूगल पे कस्टमर केयर में अपना नंबर लोड कर दिया। जब भी कोई कस्टमर केयर में फोन करता उसके पास ही फोन आता था। इसका फायदा उठाकर एक के बाद एक कई लोगों से ठगी की। आरोपित से अन्य कई मामलों में पूछताछ की जा रही है।

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