आखिर क्यों नहीं हो रही भू माफियाओं पर कार्यवाही, अवैध प्लाटिंग को वैध बता कर बेचते हैं दो बार, जिला प्रशासन सवालों के घेरे में
शहडोल । भूमाफियाओं के हौसलों से लगातार जिले में कोई न कोई घटनाएं सामने आती रही है जिसके कुछ माँमले विगत दिनों दुष्प्रेरण के चलते लगातार यह सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है दबंगों का कहर इतना है कि फरियादी को न्याय नहीं मिल पा रहा है | दफ्तरों का चक्कर काटने मजबुर हैं कि कहीं जिम्मेदार अधिकारियो की नजर उस पर पड़ जाए और उसे न्याय मिल सके किंतु चारदिवारी में बैठे जिम्मेदारों के कान में जू तक नहीं रेंग रहा और ऎसे मे फिर धीरे - धीरे उक्त भूमि को भूलकर फरियादी ऐसे कृत्यों को जन्म देता है जिसकी जिम्मेदारी आला अधिकारी नहीं लेते हैं
जहाँ फरियादी खुद के भूमि में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की मांग कर रहा है । न्याय की जगह दर-दर ठोकरें खाने को मिल रहा हैं.!
प्रमोद तिवारी द्वारा वसीयत अपने नाम करा लिया है और जमीन को 4 से 5 हिस्से में बेचने की तेयारी किया जा रहा है जिसमे फरियादी ने आरोप लगाया है कि क्रय विक्रय पर रोक होने के बाद भी प्रमोद तिवारी के साथ मिलकर प्रशांत गौतम व उदय नारायण शुक्ला के द्वारा मुख्यतयार नामा आम करा कर विक्रय किए जाने एवं कॉलोनाइजर नियम का उल्लंघन, एवं एसडीएम के द्वारा स्टे लगा कर रोक लगाई गई थी पर तब भी स्थगन आदेश के विरुद्ध जाकर भू माफियाओं द्वारा किया जा रहा है जिस पर फरियादी ने कलेक्टर से दोषियों पर उचित कार्यवाही करने का मांग रखी है, भू माफिया जमीन को खुर्द बुर्द कर रहा है क्रय विक्रय स्थगन आदेश की पूरी तरह अवेलना कर रहा है फरियादी को अपूर्तिनीय छती पहुंच रहा है फरियादी द्वारा आवेदन पर आवेदन दिया जा रहा है, पर अभी तक आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और आरोपियों द्वारा प्रतिमा त्रिपाठी व शिव शंकर तिवारी, ओम प्रकाश सोनी, रमेश त्रिपाठी, मालिनी देवी शुक्ला एवं सुशीला पाडे को एटर्नी कर दिया गया, फरियादी द्वारा आवेदन में लिखते हुए कहा कि एटर्नी को निरस्त किया जाए और दोषियों पर निष्पक्ष जांच कर उचित कार्यवाही की जाए l
जमीन पर दबंग ने किया अवैध कब्जा......
उक्त ज़मीन मे जोरो सोरो से निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने पर पीड़ित ने सीएम पोर्टल पर शिकायत की है! शिकायतकर्ता का कहना है, आबादी में उसकी जमीन है जिस पर प्रमोद तिवारी व उसके साथी प्रशांत गौतम एवं उदय नारायण शुक्ला के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। पीड़ित का कहना है कि कई बार एसडीएम और तहसीदार एवं कलेक्टर से शिकायत करने के बावजूद निर्माण कार्य रोककर उसकी जमीन से अवैध कब्जा नहीं हटाया गया। इस कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। शिकायत करने पर उसे झूठे मुकदमों में फंसाने और जान से मारने की धमकी मिल रही है। पीड़ित ने सीएम पोर्टल पर शिकायत कर उसकी जमीन को कब्जा मुक्त कराने की गुहार लगाई है!
आखिर क्या है रहस्य प्रशांत गौतम का..........!
अगर देखा जाए तो प्रशांत गौतम छतवई निवासी एक समय था की टू व्हीलर में चला करते थे आज का समय यह है कि फोर व्हीलर गाड़ियों से चलते हैं यह बात कहना गलत ना होगा कि इनकी अवैध रूप से जमीनों पर प्लाटिंग कर जमीनों को बेच रहे हैं अगर देखा जाए तो अवैध प्लाटिंग की बात करें तू इसके पूर्व भी प्रशांत गौतम के ऊपर आरोप लग चुके हैं अब यह मामला सामने आया है की प्रशांत गौतम एवं उनके साथियों द्वारा अवैध प्लाटिंग की जा रही है और एक ही जमीन को दो दो बार बेचा जा रहा है, जमीन मालिक के बोलने पर बात को दबाने की कोशिश भी की जा रही है चाहे वह कोशिश मारपीट से सुलझे या बातचीत से प्रशांत गौतम सब में आगे हैं! सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि कोतवाली में पदस्थ बिलाल खान भी इस कारोबार में शामिल है, जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी जी से भी शिकायतकर्ता ने शिकायत की है अब देखना यह है कि शासन प्रशासन द्वारा इस पीड़ित को न्याय मिलता है या फिर यह भी मामला एक फाइल बन कर रह जाएगी