पान लगाने वाला कैसे खेल रहा करोड़ों में...?
दो नंबर के पैसा को एक नंबर बना रहा राजघराना के संचालक
शहडोल / कुछ वर्ष पूर्व शहडोल शहर में पुराने गांधी चौक के पास एक छोटी सी दुकान में पान लगाने वाले व्यक्ति बबलू मंगलानी और खेमा मंगलनी आज प्रशासन और जनता को चूना लगा रहे है और स्वच्छ छवि वाले और प्रतिष्ठित व्यापारी बनके बैठे है, अचानक चार चार प्रतिष्ठान जिनकी कीमत करोड़ों है वो कैसे चलाने लगे, और करोड़ो के मालिक कैसे बन जाते है, उसके बाद लाखो करोड़ों की प्रॉपर्टी का मालिक कैसे बन गये, वजह 15 साल पहले शहडोल से भागने वाला सट्टे और मैच फिक्सिंग का काम करने वाला विदेश फरार हो जाने वाला हत्या का आरोपी सतीश सनपाल जो आज करोड़ों अरबों का आसामी है उसका दो नंबर का पैसा एक नंबर में कर रहे राजघराना के संचालक बबलू मंगलानी, खेमा मंगलानी एवं विकास मंगलानी द्वारा कटनी और जबलपुर और अन्य बड़े शहरों से करोड़ो रूपयो का हवाला कर रहे और उसका पैसा अपने व्यापार, सूदखोरी और मैच फिक्सिंग का काम धड़ल्ले से कर रहे है,वर्तमान में राजघराना के संचालक के पास करोड़ो की प्रॉपर्टी है, 1 राजघरना स्वीट्स, 2 बाबू स्वीट्स 3 राजघराना किराना दुकान 4 राजघराना कपड़े की दुकान जमीन प्लॉट आदि जो की सभी दुकान शहर के मैन मार्केट में स्थित है हर दुकान में 50 लाख से अधिक की लागत लगी हुई है,
सवाल ये उठता है कि इतना पैसा आया कहा से, कुछ साल पहले पुराने गांधी चौक के पास एक छोटी सी पान दुकान जिसका साइज 4*6 था जिसमे राजघराना के संचालक पान बेचा करते थे, पान बेचके इंसान घर परिवार चला ले जाए यही बहुत है पर देखते ही देखते पान बेचने वाला आज लाखो का व्यापार कर रहा है और करोड़ो का मालिक बन जाता है,
*क्या है रहस्य सतीश सनपाल का..?*
कौन है सतीश सनपाल बताया जाता है कि 15 साल पहले शहडोल से सतीश फरार हो गया था इनकी लिंक दुबई से सट्टा मैच फिक्सिंग हत्या के आरोपी सतीश सनपाल से जुड़ी हुई है, और यही वजह है कि राजघराना के संचालक और सतीश सनपाल मिलकर दो नंबर के पैसे से शहडोल में करोड़ों में खेल रहे हैं और दो नंबर के पैसे को एक नंबर बनाकर चोला ओढ़कर मलाई छान रहे हैं
*चंद पैसों के लिए पत्रकार ही पत्रकार के विरुद्ध खड़े.. ?*
अगर देखा जाए तो अगर कोई भी खबर लगाया जाता है तो कुछ ऐसे पत्रकार को भी पैसा खिलाके शामिल कर लिया जाता है जिसके कारण बिकाऊ पत्रकार अपने कर्तव्य का पालन न करके गलत लोगो का साथ देने लगते हैं है और सच को छुपा कर,कुछ पत्रकार चंद पैसों के लिए दलाली करने लगते हैं,,।ऐसे पत्रकारों का पद छीन लेना चाहिए और इनकी पत्रकारिता का बहिष्कार भी करना चाहिए,,।।।
*सही तरीके से हो जांच तो उठ सकता है पर्दा...?*
अगर स्थानीय प्रशासन द्वारा उच्च अधिकारियों से जांच कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा कौन कितने पानी तक है वह सिर्फ जांच पर ही पता चल पाएगा कि आखिर पर्दे के पीछे हो क्या रहा है और और जांच में पर्दा उठ ही जाएगा तो अवैध प्रतिष्ठानो को सील करके कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाए, काठी आरोपी को उसके आरोप की सजा मिले ताकि आरोप करने से पहले एक बार सोचें
*सतीश सनपाल के जबलपुर के अवैध निर्माण पर चला था शासन का बुलडोजर...?*
अभी कुछ दिन पहले जबलपुर प्रशासन द्वारा सट्टा मैच फिक्सिंग हत्या के आरोपी सतीश सनपाल की जबलपुर की प्रॉपर्टी में बुलडोजर चलाया गया, अब शहडोल में जुड़े हुए लोगो को जांच और सख्त कार्यवाही करने का समय आ चुका है,।। शहडोल शहर में भी कुछ व्यापारियों के साथ उसके तार जुड़े है जो स्वच्छ छवि का चोला पहने हुए है पर लिंक दुबई के सट्टा किंग मैच फिक्सिंग सतीश सनपाल से जुड़े हुए है क्या उनका भी नाम बुलडोजर के कार्रवाई मे जोड़ा जाएगा या फिर मुंह देखी व्यवहार किया जाएगा जल्द करेंगे खुलासा कौन-कौन है इस खेल में शामिल।