आज फिर गई एक मासूम की जान,48 घंटो में 6 बच्चों की मौत।

आज फिर गई एक मासूम की जान,48 घंटो में 6 बच्चों की मौत।



लगातार हो रही बच्चों की मौत में लापरवाही किसकी ??

प्रशासन इस पर क्यों है मौन ??


(दीपक केवट)

शहडोल । जिला मुख्यालय स्थित कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय में आज फिर हुई एक मासूम की मौत। सोहागपुर के अनुराज बैगा 3 माह की हुई मौत।लगभग 48 घन्टे के भीतर जिले में 6 बच्चो की हुई मौत।पिछले दो दिनों के अंदर छह बच्चों की असमय मृत्यु से समूचे जिले में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है , किन्तु आजतक इस विषय पर कोई कार्यवाही ना होना प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर कर रहा है ।

लगातार हो रहे बच्चों के मृत्यु में आखिर लापरवाह कौन  ?

इस तरह की घटना जिले के लिए कोई नई बात नहीं है , एक वर्ष पूर्व भी इसी जिला चिकित्सालय में छह बच्चों की मौत हुई थी , स्थानीय मीडिया कर्मियों के द्वारा इस खबर को प्रमुखता से उजागर किया गया था,तब राज्य में सत्ता पर बैठी सरकार ने तत्कालीन स्वास्थ मंत्री तुलसी राम सिलावट को आनन – फानन में शहडोल भेज कर मामले की जानकारी लेने एवम् कार्यवाही के लिए शहडोल रवाना किया गया था , कार्यवाही के नाम पर तत्कालीन सिविल सर्जन एवम् मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित भी किया गया था, अचरज की बात यह है कि उस घटना के दौरान भी डॉ.राजेश पाण्डेय ही मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर आसीन थे और वर्तमान में जो घटना हुई है इस दौरान भी डॉ. पांडेय ही मुख्य चिकित्साधिकारी के पद को सुशोभित कर रहे हैं

संभाग में बैठे है दो – दो कैबिनेट मंत्री,क्या किसी को नहीं इस  घटना की जानकारी  ??

शहडोल संभाग के दो – दो विधायक शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद की शान बढ़ा रहे हैं लेकिन संभागीय मुख्यालय से महज पचास किलोमीटर दूर होने के बाद भी घटना की कोई भी जानकारी लेने जिला चिकित्सालय तक नहीं पहुंच सके , जबकि दोनों मंत्री अभी अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही है , गत रविवार तो कैबिनेट मंत्री बिसाहू लाल सिंह तो अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जिले के केश्वाही में ढोल – ढमाके के साथ अपने विजय की खुशियां मना रहे थे , यही हाल मंत्री मीना सिंह का भी रहा जो अपने क्षेत्र में रहते हुए भी जिला चिकित्सालय तक पहुंचना अपना दायित्व नहीं समझा ।

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